वॉलीबॉल में टीम इंडिया का कप्तान बना धमोरा गांव का लाडला: एवीसी कप वालीबॉल थाइलैंड में

Aug 6, 2022 - 23:37
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वॉलीबॉल में टीम इंडिया का कप्तान बना धमोरा गांव का लाडला: एवीसी कप वालीबॉल थाइलैंड में
वॉलीबॉल में टीम इंडिया का कप्तान बना धमोरा गांव का लाडला: एवीसी कप वालीबॉल थाइलैंड में

उदयपुरवाटी (झुंझुनू, राजस्थान/ सुमेरसिंह राव) उपखंड क्षेत्र के निकटवर्ती गांव धमोरा की जाखड़ो की ढाणी का दुष्यंत सिंह जाखड़ थाईलैंड के नाखोंन - पथोम शहर में 7 दिवसीय आयोजित होने वाले एवीसी कप में भारतीय पुरुष टीम का नेतृत्व करेगा। भारत से 19 सदस्यीय दल की टीम शुक्रवार को कलकत्ता के नेताजी सुभाष चन्द्र बोस एयर पोर्ट से थाइलैंड के लिए रवाना हुई। भारतीय वालीबॉल महासंघ के सचिव अनिल चौधरी ने भारतीय टीम की घोषणा की थी। यह टीम थाइलैंड में दुष्यंत सिंह जाखड़ की कप्तानी में चैंपियन बनने के लिए दम दिखाएगी। एवीसी कप 2022 में भाग लेने वाली भारतीय सीनियर पुरुष वालीबॉल टीम जिम्मेदारी दुष्यंत सिंह जाखड़ को टीम का कप्तान बनकर सौंपी गई हैं। जो अपनी युवा टीम के साथ अपने देश का  नाम रोशन करने के लिए खेलेंगा। दुष्यंत का परिवार भी वालीबॉल से जुड़ा हुआ है जो राष्ट्र के लिए खेल चुके हैं। 

टीम:- दुष्यंत जाखड़ (कप्तान), अमन कुमार, जोशनुर ढींडसा, संदीप, अजय कुमार, समीर चौधरी, तनिश चौधरी, हर्षित गिरी, जिबिन जाॅश, सचिन डागरी, मन्नत चौधरी, कार्तिकेयन के (लिब्रो), अजीत शेखों, शूर्यप्रकाश बंजारा (लिब्रो),। मैनेजर कुलदीप राज मगोत्रा, चीफ कोच जेई श्रीधरन, असिस्टेंट  कोच राजेश कुमार, प्रवीन शर्मा, अंतराष्ट्रीय निर्णायक शेख एजाज सिकंदर।

जाखड़ो की ढ़ाणी से अंतराष्ट्रीय खिलाड़ी
बताया जाता है कि झुंझुनूं जिले में जाखड़ो की ढ़ाणी को वालीबॉल की खान है। जिसमे से कई अंतराष्ट्रीय खिलाड़ी रहे हैं और 20 से 25 राष्ट्रीय खिलाड़ी हैं। शुरू से लेकर वर्तमान तक 50 के लगभग राज्य स्तर के खिलाड़ी भी उसी ढाणी से है। इसमें से अधिकांस तो सहकारी सेवाओं में कार्यरत हैं।
जाखड़ो की ढ़ाणी से अंतराष्ट्रीय खिलाड़ी के रूप में दयाराम जाखड़ जो रेलवे में कार्यरत थे और भारतीय रेलवे की तरफ से अंतराष्ट्रीय स्तर पर खेले, सहीराम जाखड़ जो अंतराष्ट्रीय विश्वविद्यालय से खेले, रामवतार सिंह जाखड़ जो दुष्यंत सिंह के पिताजी है। इन्होंने श्रीलंका और साउथ में सैफ गेम में गोल्ड मेडल। आस्ट्रेलिया व थाइलैंड में सीनियर एशियन चैंपियनशिप में ढाका देश में सिल्वर मेडल। वर्तमान में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में अधिकारी है जो एसबीआई अध्यक्ष एसोसियन राजस्थान से है। गोरतलब है कि झुंझुनूं की खेल विश्वविद्यालय के गर्वनर भी है। डॉ. मीमांशा जाखड़ जो दुष्यंत की बड़ी बहन है इसने देश के लिए अंतराष्ट्रीय स्तर पर वालीबॉल खेला है। वर्तमान में गायनिक डॉक्टर है। और मजे की बात यह है की झुंझुनूं जिले की पहली अंतराष्ट्रीय महिला खिलाड़ी हैं। दुष्यंत सिंह जाखड़ ने भी राष्ट्र के लिए अपना जोश दिखाया है जिसने अंडर - 19 अंतराष्ट्रीय चैंपियन तेरान ईरान में खेला। युथ नेशनल चैंपियन में सिल्वर मेडल, सीनियर नेशनल चैंपियन भुनेश्वर में बेस्ट ब्लॉकर, खेलो इंडिया में सिल्वर मेडल, फेडरेशन कप में चौथा स्थान पर रहा है। वर्तमान में एवीसी कप थाइलैंड में भारतीय सीनियर पुरुष वालीबॉल टीम का कप्तान बनकर गया है। जो वापस आने के बाद एशियन चैंपियनशिप की अंडर - 20 में खेलने के लिए बहरीन 20 अगस्त को जायेगा।
ढाणी के राजेंद्र जाखड़, कमल जाखड़, मोहन सिंह जाखड़, महावीर जाखड़, विद्याधर जाखड़, उम्मेद जाखड़, अशोक जाखड़, सुनील जाखड़, डॉ. गोपीचंद जाखड़, सुभाष जाखड़, नवीन जाखड़, पार्थ जाखड़, विशाखा जाखड़, माइकल जाखड़, अंजु जाखड़, सरोज जाखड़, रसना जाखड़, श्रेया जाखड़, सुनीता खीचड़ आदि ने राष्ट्रस्तर की प्रतियोगिताओं में ढाणी का नाम रोशन कर चुके हैं।

दुष्यंत जाखड़ का सारा परिवार ही वालीबॉल से
दुष्यंत के माता पिता तो वालीबॉल से है ही। उनके दादाजी नवरंग सिंह जाखड़ (पूर्व विधायक नवलगढ़), चाचा, ताऊ, भाई सभी वॉलीबॉल खेलते हैं। पिता रामवतार सिंह जाखड़ तो भारतीय वालीबॉल संघ से जुड़े हुए हैं। वर्तमान में राजस्थान वालीबॉल संघ के सचिव है और एशियन वालीबॉल से भी जुड़े हुए हैं। दुष्यंत की मम्मी अंजू देवी भी जयपुर जिला वालीबॉल संघ की सचिव है। और वालीबॉल प्लेयर रही हैं। और दुष्यंत की बहन डॉक्टर मीमांसा जाखड़ झुंझुनूं जिले की पहली महिला अंतराष्ट्रीय खिलाड़ी रही है जो वर्तमान में गायनिक डॉक्टर है। इसके अलावा परिवार में चाचा, ताऊ भी अंतराष्ट्रीय प्लेयर रह चुके हैं। यह परिवार मूल रूप से जाखड़ो की ढाणी (धमोरा) झुंझुनूं से है।

जिले की पहली अंतराष्ट्रीय महिला खिलाड़ी डॉ. मीमांसा
अंतराष्ट्रीय खिलाड़ी दुष्यंत सिंह जाखड़ की बहन डॉक्टर मीमांसा जाखड़ झुंझुनूं जिले की पहली अंतराष्ट्रीय महिला खिलाड़ी हैं। जो वर्तमान में गायनिक डॉक्टर के पद पर कार्यरत हैं। दुष्यंत अपनी बड़ी बहन के पद चिन्हों पर ही चलकर और मीमांसा अपने साथ वालीबॉल में ट्रेंड किया था।

बेटा -बहु, पोता - पोती सब वालीबॉल खिलाड़ी
नवलगढ़ के पूर्व विधायक नवरंग सिंह जाखड़ का परिवार वालीबॉल का परिवार है। बेटा रामवतार सिंह जाखड़ और पोता - पोती डॉ. मीमांसा जाखड़,  दुष्यंत सिंह जो अंतराष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। इसके अलावा बहु अंजू सिंह और छोटा बेटा सुनील राष्ट्रीय स्तर पर खेले हैं।

मैं 21 साल का युवा खिलाड़ी हूं। एवीसी कप के लिए भारतीय टीम की कप्तानी की जिम्मेदारी मिली है। मेरी कोशिश होगी कि मै और मेरी जोशयुक्त टीम बेस्ट परफॉर्म करेंगे। जिससे राष्ट्र का नाम रोशन होगा। टीम में लगभग खिलाड़ी युवा है। जिसमे राष्ट्र के प्रति काफी जोश है। इसलिए सभी खिलाड़ियों के लिए एवीसी कप अच्छा होगा। दुष्यंत सिंह जाखड़ कप्तान भारतीय वालीबॉल टीम जाखड़ो की ढाणी के इस परिवार ने जिले में ही नही बल्कि पूरे देश में नाम रोशन किया है जो राष्ट्र के लिए अंतराष्ट्रीय स्तर पर खेले हैं। नवलगढ़ के पूर्व विधायक नवरंग सिंह जाखड़ का परिवार है जो अपनी पहचान विश्व स्तर पर बना चुका है। सभी खिलाड़ियों से परिचय करने पर बताया कि परिवार के मुखिया नवरंग सिंह के पदचिन्हों पर चलने का श्रेय है।

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